कानपुर-जल है तो कल है ,जल है तो जीवन है ,हर घर को नल से जल योजना से जो?ने की पहल सरकार द्वारा की जा रही है। लगातार जलस्तर गिरने के कारण समस्त तालाबों ,पोखरों,कओं का चिन्हांकन करते हुए सभी का जीर्णोद्धार किया जाये। सभी सरकारी स्कूलों ,ऑफिस, प्राइवेट स्कूल औधोगिक इकाइयों में भजल संरक्षण देत सभी जगहों में रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया जाये साथ ही समस्त व्यक्तियो द्वारा जिन्होंने अपने घरों में समर्सिबल लगाया है सभी कोभी रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य किया जा रहा है एसा न करने वालाके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी सरकार द्वारा कानून बनाया जा रहा है। सभी किसान का पारम्परिक खेती को बावा देना चाहिए जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहिए। उक्त बात जल शक्तिमंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने सीएसए कैलाश भवन सभागार में जल जीवन मिशन एवं ओडीएफ प्लस के अंतर्गत समस्त प्रधानों सचिवों, ग्राम पंचायत एवं लेखपालों की एक दिवसीय कार्यशाला के दौरान व्यक्त किया उन्हान सभा प्रधाना का सम्बोधित करते हुए कहा जल ह ता कल ह जल ह ता जावन ह सभा का जल बचान कालए जन जागरूकता के कार्य करना होगा इसके लिए जल संचय करते हुए सभा कुआ,तालाबा का जाणोद्धार करना हा हागा इसकालए सरकार द्वारा समस्त तालाबों के कब्जे को चिन्हित करते हुए उनको खाली कराने का अभियान जल्द ही चालू किया जा रहा हैं अभियान चलाकर वट स्तर पर कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि लगातार जल प्रदूषण के कारण दूषित जल लोगों पीने को मिल रहा है इसके लिए सभी गावाक घरों को नलो से जोने का अभियान सरकार द्वारा चलाया जायेगा यह अभियान 31 मार्च 2024 तक प्रत्येक दशा में पूर्ण करना है इसके लिए सभी लेखपालो को पाइपलाइन पेयजल योजना की भूमि के चिन्हांकन करने का लक्ष्य दिया गया है तथा समस्त प्रधानों को इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत किए जान कानदश भा दिए गए ह। उन्हान बताया कि लगातार जलस्तर की स्थिति गिरते हुए समस्या ब? रही है समस्या के निराकरण हेतू केंद्र सरकार ने जल स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से सभी शिक्षण संस्थानों औद्योगिक संगठनों, प्राइवेट तथा सरकारी स्कूलों में भूगर्भ जल संचयन हेतु रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं इसके लिए कानून भी बनाया जाएगा तथा जिन लोगों ने अपने घरों में समर्सिबल पंप लगा रखा है उनको भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना अनिवार्य होगा क्योंकि जितने प्रतिशत जल सभी के द्वारा उपयोग किया जा रहा है जल संचयन उसका कुछ ही प्रतिशत हो रहा है यह स्थिति बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है इसको दृष्टिगत रखते हुए जल संचयन हेतु वहद प्लान तैयार किया जाये इसके लिए सरकार द्वारा कानून भी बनाया जाएगा। यदि जल का टोन म करते रहेंगो तो जल संचयन कब करेंगे। हमारे आने वाली पीढी को बरत दी कनिारयों का करना पडेगा उसके लिए अभी से ही सभी को जागरूक होते हुए जल का संचयन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी को कम से कम 2 वृक्ष अवश्य लगाने चाहिए और उसको अपने बेटे की तरह पालना भी चाटिरा सके लिए जगह की कोई कमी नहीं है गंगा के किनारे के क्षेत्रों में आप वृक्ष लगाएं और उसकी देखरेख करें। उस कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि सभी को प्राकृतिक खेती अवश्य करनी चाहिए क्योंकि हमारी पारंपरिक खेती जैविक खेती ही है हमारे पर्वज बताते हैं कि कैसे गाय के गोबर तथा उससे खाद का प्रयोग किया जाता था उसी आधार पर सभी को गाय के गोबर का प्रयोग कर जैविक खेती करनी चाहिए। कार्यक्रम में अभय नारायण त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी, समस्त उपजिलाधिकारी, तथा समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जल शक्ति मंत्री की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन